जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
The mom chook Maina dreams his affection, His remaining aspect adorns an enchanting variety. He holds a trident in his hand, a symbol of electric power, Constantly destroying the enemies.
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
ॠनियां जो Shiv chaisa कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भये प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥
Whosoever gives incense, Prasad and performs arati to Lord Shiva, with really like and devotion, enjoys materials happiness and spiritual bliss With this environment and hereafter ascends to your abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva taken off the suffering of all and grants them Everlasting bliss.
स्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
मात-पिता भ्राता सब होई। संकट shiv chalisa in hindi में पूछत नहिं कोई॥
शिव भजन